Arranged marriage ke फायदे और नुकसान

Arranged marriage ke फायदे-

Arranged marriage ke फायदे और नुकसान
 

दोस्तों arrange मैरिज अक्सर गाँवों में ज्यादा होता है। शहरों में भी होता है पर गाँवों में कुछ ज्यादा ही। arrange मैरिज के भी अपने कुछ खास फायदे हैं।

घरवालों की सहमति होना-

दोस्तों arrange मैरिज में घर वालों की सहमति होती है। क्योंकि इस शादी में घरवाले पूरी तरह involve होते है। arrange मैरिज में लड़की को देखने जाना, उसे पसंद करना, बातें आगे बढ़ाना बहुत सारी चीज़ें होती है। जिसमे घर का हर सदस्य पूरी तरह सम्मलित होता है। चूंकि ये शादी घर वालों की सहमति से होती है तो भविष्य में किसी भी तरह की समस्या आने पर पूरा परिवार साथ आके support करता है।

लड़की का सहनशील होना-

दोस्तों arrange मैरिज में छोटी छोटी बातों को दिल पे नही लिया जाता है इसमें खास कर लड़की जो दूसरे के घर से आई होती है। वो हर बात को बड़ा नहीं बनाती है, उसके अंदर एक संतोष वाली feeeling होती है। arrange मैरिज में कभी भी छोटी छोटी बातों में बहस नही होती है। जबकि लव मैरिज में पहले से ही एक दूसरे को जानने की वजह से वो एक दूसरे से अपने आप को कमजोर नही आँकते है। इसलिए इसमें छोटी छोटी बातों पे बहस होना स्वाभाविक है।

खुद से ज्यादा अच्छी लड़की का मिलना-

दोस्तों ये मैं अक्सर देखा हूँ कि arrange मैरिज में लड़के को खुद से अच्छी लड़की मिलती है। लड़के अगर थोड़े से नार्मल भी है पर लड़की उनको बहुत प्यारी मिलती है। और arrange मैरिज में खास कर उन लड़कों को फायदा होता है जोकि दिखने में थोड़े कम अच्छे है।

Arrange मैरिज के side effects-

दोस्तों arrange मैरिज अच्छी है पर इसके भी अपने कुछ साइड इफेक्ट्स है।

एक दूसरे की पसन्द नापसंद के बारे में ज्यादा कुछ पता न होना-

दोस्तों arrange मैरिज में एक दूसरे को लोग ज्यादा टाइम से नही जानते है, एक दूसरे से मिले नही होते है इसलिए उन्हें ये पता ही नही होता कि एक दूसरे को क्या पसन्द है और क्या नही।इसलिये कभी कभी गलतियाँ भी हो जाती है।

Adjustment करने में प्रॉब्लम होना-

दोस्तों क्योंकि लड़की और लड़के दोनों एक दूसरे के लिए अनजाने होते है इसलिए एक दूसरे को समझने और जानने में थोड़ा वक़्त लगता है। एक दूसरे के साथ comfortable होने में थोड़ा समय लगता है। arrange मैरिज में एक दूसरे से कुछ कहने या माँगने में थोड़ी सी हिचक होती है। शादी के कुछ दिनों तक तो बहुत अजीब सा एहसास होता है, क्योंकि एक ऐसा इन्सान जिसे हम कभी नही जानते थे अचानक से हमारी लाइफ में आता है और हमें पूरा जीवन उसके साथ बिताना पड़ता है।

freedom का थोड़ा अभाव होना- 

Friends अक्सर ये देखा जाता है कि arrange मैरिज में फ्रीडम का अभाव होता है arrange मैरिज में कुछ limitation होते है जैसे आपको शादी के पहले कुछ और पहनना अच्छा लगता था पर अब शायद वो पहनने के लिए आप पर रोक लग जाये अब आप उस तरह के अपने मन से कपड़े नही पहन सकते क्योंकि हर किसी के घर के अपने अपने tradition होते है। इसलिए आपको इन चीज़ों से समझौता करना पड़ता है। ये सारी प्रॉब्लम अक्सर arrange मैरिज में देखने को मिलती है।

 

         A story of arrange 

                marriage

Arranged marriage ke फायदे और नुकसान

संतोष ने अभी इसी साल अपनी इंजीनियरिंग complete की थी। और-
अक्सर ये देखा जाता है कि जब लड़के अपनी पढ़ाई खत्म कर लेते है तो उनकी शादी की चर्चा चलने लगती हैं। और सही भी है शादी अगर ठीक समय पर हो जाये तो अच्छा होता है, अगर शादी एक ठीक उम्र में होती है तो एक दूसरे को समझने में आसानी होती है , एक दूसरे के साथ लाइफ बिताना और भी आसान हो जाता है।संतोष शादी के लिए तैयार नही था पर उसके पापा ने उसे समझाया कि बेटा यही ठीक उम्र है इस उम्र में एक दूसरे का हो जाना बहुत अच्छा होता है।

आखिरकार घरवालों के आगे संतोष को झुकना पड़ा और उसने शादी के लिए हाँ कर दी। अब बस क्या था चारों तरफ रिश्तेदारों में संतोष के लिए लड़की की चर्चा चलने लगी। और संतोष के मामा ने अपने गाँव की एक लड़की का प्रस्ताव संतोष के घरवालों को दिया। उसका नाम निशा था। निशा की फ़ोटो संतोष के घर आयी , घर का हर सदस्य निशा की तस्वीर देखने को बेताब था। पता ही नही चल रहा था कि शादी संतोष से हो रही है कि सारे घरवालों से।

घर के हर सदस्य ने लड़की की खूब तारीफ की, लड़की देखने मे काफी खूबसूरत थी, संतोष भी निशा की तस्वीर देखने के लिए अंदर ही अंदर बेचैन हुआ जा रहा था। आखिरकार तस्वीर संतोष के हाथ आ ही गयी। तस्वीर देखने के बाद संतोष को यकीन ही नही हो रहा था कि इतनी खूबसूरत लड़की से उसकी शादी होने वाली थीं।

अब क्या था संतोष की खुशी का ठिकाना नही था। अब धीरे धीरे शादी की रसम को आगे बढ़ाते हुए दोनों तरफ के लोगों ने दोनों को मिलवाने के लिए एक तारीख तय किया जिससे दोनों एक दूसरे को समझ लें। संतोष के घरवाले निशा के घर पहुँच गए। अब बारी थी लड़की के आने की, वो लड़की को अक्सर चाय के साथ बाहर भेजा जाता है, अब क्या था संतोष के दिल में समुन्दर के लहरों से भी तेज हलचल चल रहा था। संतोष उसके एक दीदार को देखने के लिए बेचैन हुआ जा रहा था।

आखिरकार वो समय आ ही गया और लड़की जैसे ही बाहर आई संतोष के घर के हर सदस्य की नजरें उस लड़की के तरफ थी
संतोष भी उसे चुपके चुपके देखने कि कोशिश कर रहा था। लड़की वास्तव में बहुत खूबसूरत थी। सब लोगों से मिलने के बाद वो संतोष और nisha को बात करने के लिए अकेला छोड़ दिया गया।

दोनों बैठे थे, दोनों के दिल मे एक अजीब सी हलचल थी कुछ समझ नही आ रहा था कि एक दूसरे से क्या बात करें।
संतोष ने हिचकिचाते हुए पूछा की आपको क्या पसन्द है
निशा ने कहा कि उन्हें books पढ़ना बहुत अच्छा लगता है,जैसे शेक्सपियर की पोएट्री, कुछ कॉमिक्स की किताबें, निशा ने बताया कि उसे डिजाइनिंग करना काफी अच्छा लगता है।
संतोष ने भी अपनी पसन्द बताते हुए कहा कि उसे भी books पढ़ना पसन्द है पर कॉलेज में टाइम न मिल पाने की वजह से वो कुछ खास बुक्स नही पढ़ पता था।

दोनों ने करीब 40 मिनट तक बातें की और फिर सब लोग आ चुके थे। दोनों ने एक दूसरे को पसन्द कर लिया था। कितना अजीब था न 40 मिनट में दोनों ने एक दूसरे के साथ पूरी जिंदगी साथ रहने का फैसला कर लिया था।

दोनों ने एक दूसरे को अंगूठी पहनाई और फिर संतोष अपने घर वापस आ गया। अब क्या था दोनों के बीच फोन पे बातें शुरू हो गयी दोनों को पता ही नही था कि अचानक से सब कुछ कितना बदल गया था। कहते है कि सगाई और शादी के बीच का जो समय होता है वो बड़ा ही खुशनुमा और रोमांचक होता है।

आखिरकार देखते देखते शादी का दिन भी नज़दीक आ गया । संतोष इस शादी को लेकर बेहद उत्साहित और खुश था। दोनों की शादी हो गयी। संतोष निशा को लेकर अपने घर आ गया। निशा के लिए यहाँ सबकुछ नया था, उसे कुछ पता नही था कि किसको क्या अच्छा लगता है क्या नहीं लेकिन संतोष ने उसकी हिम्मत बढ़ायी संतोष ने कहा कि उसे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है सब धीरे धीरे समझ मे आ जायेगा।

संतोष निशा का बहुत ख्याल रखता था उसे ये कभी एहसास नही होने देता कि वो किसी नई जगह पर आई है, और निशा भी संतोष जैसा जीवनसाथी पाकर बहुत खुश थी । 

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