Meaning Of Intercaste Marriage ( अंतर जातीय विवाह)-

Intercaste marriage , अंतर जातीय विवाह

✍️दोस्तों intercaste marriage या अंतर- जातीय विवाह का मतलब ये होता है कि कोई लड़की या लड़का अपने जाति से हटकर किसी और जाति के लड़के से शादी कर लें, इसी को इंटरकास्ट मैरिज या अंतर – जातीय विवाह कहा जाता है✍️

Friends अक्सर ये देखा जाता है कि Intercaste मैरिज में घरवाले नही मानते है, inter cast मैरिज में बड़ी problems आती है। घरवाले, रिश्तेदार, गाँव वाले सभी विरोध करते है। कुछ घर में यहाँ तक कह देते है कि किसी दूसरे cast में शादी करनी हो तो फिर हम लोगो को भूल जाओ क्योंकि हमारे जीते जी तो ये नहीं हो सकता। intercast मैरिज में तो कई बार घरवाले लड़के या लड़की को जान से भी मार देते है जिसे ऑनर किलिंग कहा जाता है।

ऐसे कई केस सामने आए है और हमारे समाज में आये दिन आते भी रहते है कि दूसरे जाति में शादी करने  की वजह से लड़के और लड़की को उसके घर वालों ने जिन्दा जला दिया या जहर देकर मार दिया।

दोस्तो वैसे देखा जाए तो intercast मैरिज की नौबत तभी आती है जब आप लव मैरिज करना चाहते है, क्योंकि arrange मैरिज में तो शादी घरवालों की सहमति से अपने ही cast में होती है, तो वहाँ problems नहीं होती है। 
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Inter-cast मैरिज के फ़ायदे-

दोस्तों inter cast मैरिज यानी अंतर-जातीय विवाह के कई फायदे हैं, वैसे देखा जाए तो अन्तर-जातीय विवाह को बढ़ावा देना चाहिए, हो सकता है कुछ लोग मेरी बात से सहमत न हो, फिर भी मैं आपको inter-caste(अंतर- जातीय) विवाह के कुछ फायदे बताना चाहूँगा।

1-देश को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान-


 दोस्तों अंतर जातीय विवाह से देश मे मजबूती आएगी क्योंकि देश मे एकता फैलेगी। सब लोग मिलजुल कर रहेंगे तो देश का सर्वांगीण विकास होगा। औऱ देश को शक्तिशाली बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। 

2- एक दूसरे के प्रति प्यार बढ़ेगा-


अंतर जातीय विवाह से लोगों में एक दूसरे के प्रति प्यार बढ़ेगा लोंगो के बीच की दूरियाँ कम होंगी। एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना बढ़ेगी, और देश में तब केवल एक ही जाति बचेगी “भारतीय” ।

3- एकता और सौहार्द बढ़ेगा-

लोगों में एकता बढ़ेगी देश के आर्थिक विकास में सहायता मिलेगी।
पूरा देश एक ही डोर में बंध जाएगा।

4- वैज्ञानिक दृष्टिकोण- 

विज्ञान का ये मानना है कि अलग अलग जातियों में विवाह करने से जो बच्चे जन्म लेते है वो एक ही जाति में होने वाले विवाह से जन्मे बच्चों से ज्यादा बुद्धिमान होते है। क्योंकि वो दोनों तरह का culture adopt करते हैं, और माँ बाप अलग अलग जाति और प्रान्त के होते है तो बच्चे में दोनों के गुण आते हैं।


5- एक दूसरे के धर्म संस्कृति को जानने का मौका मिलना- 

अंतर जातीय विवाह करने से हम एक दूसरे की संस्कृति और उनके त्योहारों को करीब से जान सकते है, उसे समझ सकते है। नई नई बातें सीखने को मिलती है, एक दूसरे को और अच्छे से समझने का मौका मिलता हैं।


Inter-caste मैरिज के नुकसान- 


दोस्तों inter caste मैरिज(अंतर जातीय विवाह) के वैसे तो कोई नुकसान नहीं है, पर न जाने क्यों हमारा समाज उसे स्वीकार नही करना चाहता, अक्सर inter caste मैरिज करने वाले लोगों को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।

समाज से, परिवार वालों से चारों तरफ से उन्हें केवल प्रताड़ित किया जाता है, बहुतों को तो मौत के घाट उतार दिया जाता है सिर्फ इसलिए कि हमारा ego satisfy होता है, अरे लोग ये कब समझेंगे की अगर देश को आगे बढ़ाना है तो वो सिर्फ एक दूसरे के सहयोग और सौहार्द से ही संभव हो सकता है।


अब तो हमारे देश की सरकार और अदालत ने भी intercaste मैरिज करने वालों को सहायता और सुरक्षा दे रहीं है। अगर हमें देश को विकास की ऊंचाइयों पर ले जाना है तो प्यार को बढ़ाना होगा, लोगो को एक साथ लाना होगा।

एक ऐसी दर्दनाक और भयावह कहानी जिसे पढ़कर आपकी रातों की नींद उड़ जायेगी- 

Intercaste marriage ,अंतर जातीय विवाह

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में inter caste (अंतर-जातीय शादी) करने पर एक पिता ने बेटी और दामाद को जिंदा जला दिया।क्योंकि वो दोनों की शादी से खुश नहीं था। इलाज के दौरान बेटी ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया जबकि दामाद 40 प्रतिशत तक जल गया और वह जिंदगी और मौत के बीच झूझ रहा है।

पुलिस का कहना है कि आरोपी और उसके रिश्तेदार लगभग छह महीने पहले हुई इस अतंर-जातीय शादी के सख्त खिलाफ थे।और वो नही चाहते थे कि ये शादी हो। 

पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच कर रहे असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर विजय कुमार ने बताया कि पेशे से दिहाड़ी मजदूर रमेश लोहार जाति से है। जबकि नौकरानी के तौर पर काम करने वाले शीला पासी जाति से थी। 

पुलिस के अनुसार यह घटना पिता के आवास पर घटी। रमेश यहां शीला को लेने के लिए आया था। जोड़े के बीच हुई छोटी सी लड़ाई के बाद शीला अपने पिता के घर आ गई थी। उन्होंने बताया, शीला और रिश्तेदारों के बीच किसी बात पर बहस हो गई जिसके बाद गुस्से में आकर आरोपी ने रमेश और शीला पर मिट्टी का तेल छिड़ककर उन्हें जला दिया।


जोड़े की चिल्लाने की आवाज ने पड़ोसियों का ध्यान खींचा और उन्होंने आग बुझाकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस पीड़िता के पिता को गिरफ्तार करने के लिए कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है।

पुलिस ने बताया कि अस्पताल में शीला ने आखिरी सांस ली। और रमेश 40 प्रतिशत तक जल चुका है और जिंदगी और मौत के बीच झूझ रहा है। मरने से पहले पुलिस को दिए बयान में शीला ने अपने पिता और दो चाचाओं को हत्यारोपी बताया है।

दोस्तों जिस बच्ची को पालपोस कर बड़ा करते है उसी को किस तरह जला देते है, सिर्फ इसलिए कि उसने दूसरे जाति में शादी कर ली, क्या यही है हमारा समाज, क्या यही है नया भारत। इस देश को सोचना पड़ेगा कि अगर यही चलता रहा तो ये देश कैसे विकास करेगा। कैसे आगे बढ़ेगा। 


🙏आप कमेंट करके जरूर बताईयेगा की ये गलत है या सही। धन्यवाद🙏

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